हमारे ब्लॉग जगत के तकनीकी महारथी बी०एस०पाबला जी
को कौन नहीं जानता ? कौन ऐसा हिन्दी ब्लॉगर होगा जो पाबला जी के तकनीकी
ज्ञान से अब तक लाभान्वित ना हुआ होगा ? आधी रात गए लोगों की गायब हिन्दी
ब्लॉग दिलाने वाले पाबला जी मस्त-मौला इंसान हैं। गाहे बगाहे उनसे फोन पर
या मेल पर संपर्क होता रहता है। अब तक मेरी कई तकनीकी समस्यायों को
उन्होंने सुलझाया है। कह सकते हैं कि उनकी भी अंगुली पकड़ कर ब्लॉग तकनीकी
हमने सीखी है।
अब बताइये जब बच्चा सीख जाए तो सबसे पहले
अपने ज्ञान का प्रयोग कहाँ करेगा? बताइये बताइये। आप शायद अब तक सहज
अंदाजा लगा चुके हों कि सब का उत्तर एक स्वर से होगा बी०एस०पाबला जी पर !!
तो भाइयों आप का अंदाजा बिलकुल सही है कल रात को अचानक फेसबुक पर "2 मिनट में, अपना ब्लॉग गूगल के चंगुल से बचाएँ" लिंक देखा तो उत्सुकतावश पाबला जी के ब्लॉग "जिंदगी के मेले" पर जा पहुँचा। बड़ी शालीनता से अपना कमेन्ट दर्ज किया। अचानक हमारे दिमाग में शैतानी सूझी .......और हमने फिर वह किया जो आपके सामने चित्र रूप में है
चित्र-1
(यह देखिये पाबला जी का चेहरायुक्त डैशबोर्ड और प्रोफाइल एडिट करने का अधिकार दिखाता चित्र) |
चित्र-2
(यहाँ भी देखिये पाबला जी का चेहरायुक्त डैशबोर्ड और नई पोस्ट/पेज/मीडिया/लिंक/थीम/और प्लगइन जोड़ने का अधिकार दिखाता चित्र) |
चित्र-3
(यह देखिये अपनी असली प्रोफाइल से कमेन्ट करने के बाद बी०एस०पाबला के रूप में लॉगइन किये हुए) |
चित्र-4
(बी०एस०पाबला के रूप में लॉगइन किये हुए मेरे पूर्व कमेन्ट का मेरे द्वारा ही जवाब ) |
मित्रों ! अब आपका क्या कहना है ..........हालाँकि मैं चाहता तो किसी शातिर हैकर की तरह पाबला जी के ब्लॉग को हटा भी सकता था ..........पर ऐसा करना मेरे लिए संभव था ...मित्रों?
नहीं तो फिर क्यूं ???
बस यह सब इसलिए कि किसी का भी ब्लॉग सुरक्षित नहीं है ....मित्रों
.हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा पाबला जी आप सुन रहे हैं ना
नहीं तो फिर क्यूं ???
बस यह सब इसलिए कि किसी का भी ब्लॉग सुरक्षित नहीं है ....मित्रों
.हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा पाबला जी आप सुन रहे हैं ना
आप सब सोच रहे होंगे कि अब यह सब कैसे संभव हुआ होगा ? तो यह सब अगली पोस्ट में!
..........कहीं पाबला जी बुरा तो नहीं मान गए आप?
(डिस्क्लेमर:यह पोस्ट पाबला जी के साथ मनोविनोद के तहत लिखी गयी है, इसका वास्तविक हैकिंग से कोई लेना देना नहीं है और ना ही वास्तव में कुछ ऐसा किया गया है )
..........कहीं पाबला जी बुरा तो नहीं मान गए आप?
(डिस्क्लेमर:यह पोस्ट पाबला जी के साथ मनोविनोद के तहत लिखी गयी है, इसका वास्तविक हैकिंग से कोई लेना देना नहीं है और ना ही वास्तव में कुछ ऐसा किया गया है )
वाकई, विश्वास नहीं होता।
ReplyDeleteउपस्थित सर!
ReplyDeleteअरे बाप रे !
ReplyDeleteयह तो ब्रेकिंग न्यूज़ हो गयी, कैसे करते हैं..
ReplyDeleteडिस्क्लेमर :
ReplyDeleteटिप्पणीकार मित्रों , मेरी आंखों की लौ मद्धम हो चली थी सो चश्मा लगाता हूं इसे फैशन ना समझा जाये :)
शीर्षक देखकर ,विवरण पढ़कर घबराहट बढ़ी थी पर नीचे आते -आते मामला मज़ाक का लगा...भइये,अब आपकी पोस्ट को क्या नीचे से पढने का अभ्यास करें :-)
ReplyDeleteआजकल वाकई गूगल बाबा सठिया गए हैं :-)
ये है जवाबी कौवाली? धुरंधरों का, जम्हूरों का खेल! अपुन तो थरथर काँप रहे हैं !रहम भैया !
ReplyDeleteप्राइमरी के मास्टर का मास्टर माइंड कारनामा!
ReplyDeleteउललाला !!! :) :)
ReplyDeleteआप वाकई मास्टर जी है.
ReplyDeleteमजाक-मजाक में ये हुनर दुष्ट आत्माएं सीख गईं तो...!! अपन तो बेचैन हो रहे हैं। दोनो उस्ताद मिलकर सभी ब्लॉगरों का भय दूर करें और सही विकल्प सुझाएं। ...आलसी भी अपनी कविताओं की बोरी.. वर्ड प्रेस में डाल चुके हैं। ये क्या हो रहा है!
ReplyDeleteग़ज़ब है!
ReplyDeleteसच में मास्साब, मास्साब हैं :)
ReplyDeleteजानकारी खतरनक होती जा रही है :)
ReplyDeleteकुछ भी सुरक्षित नहीं क्या नेट पे ??
ReplyDeleteये सारे नजारे मैं ने भी देखे थे रात को कमैंट करने की कौशिश करते हुए और करीब पंद्रह मिनिट तक कमैंट नहीं कर पा रही थी। मैं भी हैरान थी कि पाबला जी की पोस्ट मैं कैसे एडिट कर सकती हूँ और लॉग्ड इन पाबला मेरे कंप्युटर पर कैसे दिख रहा है अब समझ में आया माजरा क्या था। जनाब अब तो आप की अगली पोस्ट का इंतजार रहेगा। पाबला जी का ब्लोग हैक? भई, सच में ये तो कमाल है। जनाब आप की हैकर्स क्ल्ब में नौकरी पक्की हो गयी है…:)
ReplyDeleteकरारी डांट पड़ी का..! यहीं पूछते तो...यहीं पढ़ लेते।
ReplyDeleteरोचक !
ReplyDeleteअरे अरे अरे... विश्वास ही नहीं हो रहा... जरा रहस्य से पर्दा उठाइये मासाब.
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