गूगल तू तो गया काम से!
तेरी यह औकात कि तू ऐसे सर्च रिजल्ट दिखाए? लगता है कि तेरे कान में अभी भी जूँ नहीं रेंगी। यहाँ कितने बाबा और अन्ना को सुधार दिया हमने। कल माननीय सिब्बल जी के हड़काने के बाद हम जैसे टुटपुन्जिये दो कौड़ी के भड़ास लेखक की कहाँ हिम्मत कहाँ कि आपकी शान में शू-शू करें?
सो हम चल पड़े कि देखें ई हड़काई के बाद औरों के क्या हाल हैं? हम चले बड़े ज्ञान साधकों की शरण में ......पर ई क्या देखो तो देखो रे बाबा ई गूगलवा ससुरा एक्कौ सर्च रिजल्ट कायदे का नहीं दिखा रहा .....अब हम क्यूं ना क्रोधित हों इस गूगल बाबा के सठियाने पर? अरे पता चला कि अभी तो ई गूगल का तेरहवां साल ही है ......मतलब अब तेरी तेरह्न्वीं निश्चित है ....हमें गूगल बाबा के साथ सहानुभूति है .......और सहानुभूति है इन सबसे ......जिनके नाम से सर्च रिजल्ट खोजे गए हैं।
सो हम चल पड़े कि देखें ई हड़काई के बाद औरों के क्या हाल हैं? हम चले बड़े ज्ञान साधकों की शरण में ......पर ई क्या देखो तो देखो रे बाबा ई गूगलवा ससुरा एक्कौ सर्च रिजल्ट कायदे का नहीं दिखा रहा .....अब हम क्यूं ना क्रोधित हों इस गूगल बाबा के सठियाने पर? अरे पता चला कि अभी तो ई गूगल का तेरहवां साल ही है ......मतलब अब तेरी तेरह्न्वीं निश्चित है ....हमें गूगल बाबा के साथ सहानुभूति है .......और सहानुभूति है इन सबसे ......जिनके नाम से सर्च रिजल्ट खोजे गए हैं।
गेट वेल सून !
आइये ज़रा देखें कि किस क्रम से यह सर्च रिजल्ट देखे गए?
☻ नंबर एक पर विदआउट झंझट .............................. : कांग्रेस
☻ नंबर दो पर विदआउट एनी डाउट .......................... : सोनिया गांधी
☻ नंबर तीन पर चांदी के चम्मच के साथ विराजे ........: राहुल गाँधी
☻ नंबर चार पर चिपके हुए हैं ....................................: दिग्विजय सिंह
☻ नंबर पांच पर गूगल और फेसबुक के नए डायरेक्टर: कपिल सिब्बल
☻ नंबर छ: पर हमारे सहानुभूति के सबसे आकांक्षी ....: मनमोहन सिंह
(कांग्रेस के बारे में गूगल का ख्याल) |
और अब आपका क्या ख्याल है?
हम तौ कहत हैं कि सबसे अच्छी बात यहै है कि हम इनको सर्च करना ही छोड़ दें.
ReplyDeleteगूगल बाबा तो वही दिखाते हैं जो हम जैसे लोग दिन-भर उनके मुँह में डालते रहते हैं. अब अगर इसे भी नियंत्रित किया जाने लगा तो फिर काहे को लोग गूगल को विश्वसनीय मानेंगे ?
अंतर-जाल की चाल को अपने हिसाब से चलने दो,सरकार या किसी को कोई परेशानी है तो वह अपने में सुधार लाये,न कि तकनीक के सहारे काम करे !क्या आँखें बंद कर लेने से सामने होने वाली चीज़ें बंद हो जाएँगी ? हाँ,यह लिखने वाले को सोचना चाहिए कि वह व्यक्ति के बजाय मुद्दे को प्राथमिकता दे !
बकिया,गूगल बाबा काफी समझदार हैं,सरकार से भी ज़्यादा !
कोई कह रहा था की गूगल झूट नहीं बोलता ! :)
ReplyDeleteकुछ नहीं है ये सब ये जलन है बस, की कांग्रेस का कोई अन्य नेता इन सोसल साइटों पर हम से ज्यादा कैसे प्रसिद्ध है लो हम ने बयान दे दिया अब बताना की सबसे ज्यादा चुटकुले टिपण्णी किस पर आई |
ReplyDeleteगूगल की गुलाटी निश्चित है।
ReplyDelete:)
ReplyDelete..गलत बात भी नहीं छुपा पाता! बेबस, लाचार लगता है।
ReplyDeleteagar googal jhutha hota to aaj kal har koi googal ka saharaa nahi letaa ...:-)http://mhare-anubhav.blogspot.com/
ReplyDeleteतेरहंवीं? कब बंटेगी तेरही की पूड़ी? माननीय मंत्रीजी बंटवायेंगे क्या?
ReplyDeleteगूगल तो दर्पण है वही दिखाता है जो समाज में लोग सर्च करते हैं ! मशीन का क्या दोष?
ReplyDeleteअब समझ आई, वकील साहब की नाराजगी की वजह:)
ReplyDeleteयही तो जड़ है और गा* में मिर्ची लगी हुयी है
ReplyDeleteओह! तभी मंत्री जी को इतनी मिर्ची लगी है|
ReplyDeleteGyan Darpan
.
मज़ेदार..हाहा
ReplyDeleteप्रभु आप भी क्या क्या खोजते रहते है। यह अन्तर जाल है । अपना नाम डाल कर देखा तो.......... हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा.
ReplyDeleteपुराना गाना मोडिफाइ कर सकते हैं।
ReplyDeleteये गूगल बाबा हैं, ये सब जानते हैं...