वर्ष 2001 की जनगणना के आधार पर उत्तर प्रदेश का साक्षरता प्रतिशत 56.30 है । वर्ष 2001 की जनगणना के आधार पर पुरूषों में साक्षरता प्रतिशत 68.80 तथा महिलाओं में साक्षरता प्रतिशत 42.20 है। इस प्रकार शिक्षा के क्षेत्र में प्रदेश में गत 10 वर्षों में 15.59 प्रतिशत तथा महिलाओं मे यह वृद्धि 17.83 प्रतिशत साक्षरता मे वृद्धी हुई है।
प्रदेश की साक्षरता प्रतिशत में निम्नवत् उल्लेखनीय प्रगति हुई है :-
| वर्ष 1991 की जनगणना के आधार पर साक्षरता प्रतिशत | वर्ष 2001 की जनगणना के आधार पर साक्षरता प्रतिशत | एन-एस-एस-ओ- के 61वें राउण्ड के आधार पर वर्ष 2004 का साक्षरता प्रतिशत | ||||||
| कुल | पुरूष | महिला | कुल | पुरूष | महिला | कुल | पुरूष | महिला |
भारत | 52.20 | 64.10 | 39.30 | 64.84 | 75.26 | 53.67 | 67.30 | 77.00 | 57.00 |
उत्तर प्रदेश | 40.71 | 54.82 | 24.37 | 56.30 | 68.80 | 42.20 | 15.59 | 73.22 | 49.27 |
| 1991-2001 वृद्धी | 2001 -2004 | ||||
| कुल | पुरूष | महिला | कुल | पुरूष | महिला |
भारत | 12.67 | 11.16 | 14.37 | 2.50 | 1.70 | 3.30 |
उत्तर प्रदेश | 15.59 | 13.98 | 17.83 | 5.25 | 4.42 | 7.07 |
प्रदेश में 15-35 वय वर्ग के निरक्षरों के लिए जिला साक्षरता समिति के माध्यम से साक्षरता कार्यक्रम सभी जनपदों में संचालित किये जा रहे हैं।
साक्षरता कार्यक्रम के मुख्य उद्देश्य निम्नवत् हैं :-
पढ़ने-लिखने, अंक ज्ञान में आत्मनिर्भर होना।
सामाजिक एवं आर्थिक स्थिति के दयनीय होने के कारणों की जानकारी पाना और संगठित होकर तथा विकास कार्यक्रमों में भागीदार बनकर अपनी स्थिति को सुधारने की कोशिश करना।
अपनी आर्थिक स्थिति को सुधारने के लिए नए हुनर सीखना।
राष्ट्रीय एकता पर्यावरण की सुरक्षा, महिलाओं और पुरूषों में समानता। छोटे परिवार के आदर्शों को समझना जैसे राष्ट्रीय एवं सामाजिक मूल्यों की जानकारी पाना।
साक्षरता कार्यक्रमों का संचालन प्रबन्ध व्यवस्था के अन्तर्गत किया जा रहा है, जिसे साक्षरता अभियान का क्रियान्वयन/अनुश्रवण एवं प्रबन्धन की जिम्मेदारी सौंपी गई है :-
जनपद स्तर | जिला साक्षरता समिति |
साधारण सभा | |
| |
कार्यकारिणी | |
| |
कोर ग्रुप | |
| |
उपसमितियाँ |
ब्लाक स्तर : ब्लाक साक्षरता समिति
न्याया पंचायत स्तर : न्याय पंचायत साक्षरता समिति
ग्राम स्तर : ग्राम शिक्षा समिति
मण्डल स्तर : मण्डलीय साक्षरता समिति
राज्य स्तर : राज्य साक्षरता मिशन प्राधिकरण/
साक्षरता एवं वैकल्पिक शिक्षा निदेशालय
* साक्षरता कार्यक्रम तीन चरणों में संचालित किया जाता है।
-
प्रथम चरण - सम्पूर्ण साक्षरता अभियान
-
द्वितीय चरण - उत्तर साक्षरता अभियान
-
त़`तीय चरण - सतत शिक्षा कार्यक्रम