Home सौन्दर्य कवि और महाकवि कवि और महाकवि Author - personप्रवीण त्रिवेदी Monday, October 06, 20080 minute read 0 share यह सच है कि कवि सौंदर्य को देखता है। जो केवल बाहरी सौंदर्य को देखता है वह कवि है, पर जो मनुष्य के मन के सौंदर्य का वर्णन करता है वह महाकवि है।रामनरेश त्रिपाठी Tags रामनरेश त्रिपाठीसदविचारसौन्दर्य Facebook Twitter Whatsapp Newerहिन्दी Olderमुट्ठी भर संकल्पवान