अरुंधति की नीयत क्या है? (ए मस्ट रीड )
अभय उवाच जब कोई देश को गाली देता है तो वस्तुतः उसके लोगों को ही गाली देता है। देश का अर्थ उस से लोगों से जुदा कुछ नहीं…
अभय उवाच जब कोई देश को गाली देता है तो वस्तुतः उसके लोगों को ही गाली देता है। देश का अर्थ उस से लोगों से जुदा कुछ नहीं…
लालू उवाच मेरा पुत्र है तो वह पार्टी में शामिल है ही उसे विधिवत पार्टी की सदस्यता ग्रहण करने की कोई आवश्यकता नहीं …
Facebook पर उदय प्रकाश | कविता कैसे पढें (फेसबुक पर उदयप्रकाश जी की कविता संबंधी प्राथमिक पाठ्य पुस्तिका ) पहली बार…
जो लोग आलोचना करने के लिए कहते हैं; वे दरअसल अपनी तारीफ सुनना चाहते हैं| (People ask for criticism, but they only wa…
"बातचीत" को बच्चों को सीखने और सिखाने का प्रमुख साधन बनाने के लिए अब तक पिछली तीन पोस्ट में चर्चा यहाँ(1) , …
बच्चों के शिक्षण में "बातचीत" को एक बेहतरीन साधन के रूप में किस तरह और क्यों आजमाया जाए ?......इस पर पिछली द…
दो लोग दो बातें मशहूर विद्वान मौलाना वहीदुद्दीन ने सलाह दी है कि हाईकोर्ट के फैसले को मानकर मामले को खत्म किया जाए। उ…
कुछ तो उस दंडधारी शख्स में है जो सत्य और अहिंसा की बातें करते हुए आम आदमी की हद से आगे बढ़ता हुआ चला जाता है | जिस …