किताबों के संग

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चिट्ठाकारी की सबसे बड़ी आवश्यकता निरंतरता है ….जो हम जैसे नौसिखियों के लिए बड़ी भारी पडती है सो कुछ ना कुछ छापने की  अपनी इन्स्टैंट छपास के क्रम में आज पेश है ….अपने कलाम साहब की पुस्तकों के बारे में चंद  लाइने !

पुस्तक आधी सदी से अधिक का वक्त
मैंने बिताया किताबों के संग
किताब मेरी दोस्त,मेरी हमसफ़र,

किताबों के सहारे
मैंने देखे सपने
सपने बन गए मकसद
किताबों के सहारे बढ़ा हौंसला
मकसद पूरा करने का,
असफलता के वक्त
किताबों ने बढ़ायी मेरी हिम्मत
किताबें मेरी दोस्त, मेरी हमसफ़र,
 
अच्छी किताबें देवदूत बन मेरे लिए पैगाम
मेरे दिल को हौले से सहलाया,
इसलिए मैं अपने युवा साथियों से
कहता हूँ  - किताबों से दोस्ती करो
ये हैं तुम्हारी अच्छी दोस्त, हमसफर
किताब मेरी दोस्त, मेरी हमसफर !

apj abdul kalaamडा० ए पी जे अब्दुल कलाम

(दूसरा दशक के पोस्टर से साभार)

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21Comments
  1. जल्‍दी ही यह कविता ब्‍लॉग के संबंध में सटीक बनेगी। किताबें भी रहेंगी और ब्‍लॉग भी।

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  2. किताबॆ और कलाम .... कमाल कमाल कमाल

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  3. मास्टरजी की जय हो।

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  4. कमाल का कलाम डा० कलाम का।

    सादर
    श्यामल सुमन
    09955373288
    www.manoramsuman.blogspot.com

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  5. कलाम-ए-कलाम का शुक्रिया!

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  6. बहुत आभार!!


    ’सकारात्मक सोच के साथ हिन्दी एवं हिन्दी चिट्ठाकारी के प्रचार एवं प्रसार में योगदान दें.’

    -त्रुटियों की तरफ ध्यान दिलाना जरुरी है किन्तु प्रोत्साहन उससे भी अधिक जरुरी है.

    नोबल पुरुस्कार विजेता एन्टोने फ्रान्स का कहना था कि '९०% सीख प्रोत्साहान देता है.'

    कृपया सह-चिट्ठाकारों को प्रोत्साहित करने में न हिचकिचायें.

    -सादर,
    समीर लाल ’समीर’

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  7. बिल्कुल सही कहा है कि किताबें सच्ची मित्र हैं इन्हें ही अपनाना चाहिये ।

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  8. आभार प्रस्तुति का !

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  9. अच्छी पोस्ट

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  10. पुस्तके सब से अच्छे साथी होते हैं। और मास्टर जी के लिए तो.... :)

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  11. वाह जी वाह क्या सयोंग है हमने भी किताबों पर कुछ लिख मारा और आपने भी।
    किताबों के सहारे
    मैंने देखे सपने
    सपने बन गए मकसद
    किताबों के सहारे बढ़ा हौंसला
    मकसद पूरा करने का,
    असफलता के वक्त
    किताबों ने बढ़ायी मेरी हिम्मत
    किताबें मेरी दोस्त, मेरी हमसफ़र,

    बेहतरीन लिखा है।

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  12. किताब-महिमा सुन्दर लगी ..

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  13. बहुत ही प्रेरक रचना।

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  14. शुक्रिया मास्साब !

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  15. achchha sandarbha hai.....safdar hashmi ki 'kitaaben kuchh kahna chahti hain' rachna bhi qabil-e-taarif hai.

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  16. लीजिये अब हम भी हाज़िर हैं, आपकी सेवा में.... :)
    मकर संक्रांति की शुभकामनाएं.

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  17. आपको और आपके परिवार को मकर संक्रांति की शुभकामनायें!
    वाह बहुत बढ़िया लगा! इस बेहतरीन पोस्ट के लिए बधाई!

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  18. पोथी पढ़ि पण्डित भए
    सबहिं सिखावत ज्ञान
    जय मास्टर प्रवीण की
    ये ब्लॉगिंग की शान

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