केसरिया बालम आवो नीं पधारो म्हारै देस

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मारू थारा देस में निपजै तीन रतन, इक ढोलो, दूजी मारवण, तीजो कसूमल रंग।।
केसरिया बालम आवो नीं पधारो म्हारै देस।।
केसर सूं पगल्या धोवती भले पधारो पीव, और बधाई या करूं, पल-पल वारूं जीव।।
केसरिया बालम आवो नीं पधारो म्हारै देस।।

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4Comments
  1. आभार सुनवाने का!!

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  2. एक बार जयपुर से सड़क के रास्ते दिल्ली आते समय बहरोड़ मिड वे पर यह सी डी मिल गई थी तब से इसे अल्ला जिल्ला बाई की आवाज में सुनते आ रहे है | मांड गायकी मेंतो अल्ला जिल्ला बाई का कोई मुकाबला नहीं |

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  3. मांड गायकी मेंतो अल्ला जिल्ला बाई का कोई मुकाबला नहीं |

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  4. मांड गायकी मेंतो अल्ला जिल्ला बाई का कोई मुकाबला नहीं |

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