ज़रूरत एक नये ब्लॉग की................

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आवस्यकता आविष्कार की जननी है / बगैर ज़रूरत के किसी चीज़ का जन्म नहीं हो सकता है / हिन्दी ब्लॉगिंग की दुनिया मे इतनी तरक्की के बावजूद पेशे से एक प्राइमरी के मास्टर का इस क्षेत्र मे उतरना कोई बड़ा आश्चर्य तो नहीं लेकिन एक बड़ा कदम माने जाने की हिमाकत तो मै कर ही सकता ही हूँ / पेशे से प्राइमरी का मास्टर होने का ऩफा नुकसान इस ब्लॉग के शुरू होने का विशुध कारण है /

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3Comments
  1. प्रवीण जी,

    मैं भी प्राइमरी स्कूल के एक अध्यापक का बेटा हूँ (ग्राम-डोमा, पोस्ट -मिश्री, जनपद- सोनभद्र से) और www.hindyugm.com चला रहा हूँ जो कई सामूहिक ब्लॉगों का समूह है। मुझे सच में यह जानकर आश्चर्य हुआ कि प्राइमरी का टीचर वो भी यूपी का, ब्लॉगिंग कर रहा है। आपका स्वागत है। मैं आपका ब्लॉग हिन्द-युग्म से जोड़ रहा हूँ। आप गूगल पर मनपसंद टैम्प्लेट सर्च करें और एडिट HTML में नया कोड कॉपी कर दें, टेम्पलेट बदल जायेगा।

    धन्यवाद।

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  2. Guru-Guru hota hai chahey wah primary ko ho ya college ka hamesha pujniya hai.... halanki vartmaan mein kuch teachers ki vajah se wah us garima ko banayne rakhne mein kuch had tak aksham saabit ho rahe hain...
    Bahut sarahniya prayas....

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  3. २००८ से है आप यहा है.. हम २००६ मे आये थे और शान्त थे.. २००८ से ही बौराये हम भी :P

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